बकरी पालनः गरीबों का ए.टी.एम – डॉ. तिवारी,
समस्तीपुर। सोमवार को भारत सरकार के द्वारा संचालित ” गरीब कल्याण रोजगार योजना ” के अन्तर्गत प्रवासी कामगारों को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ । इस क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र , बिरौली , समस्तीपुर द्वारा ” बकरी पालन ” विषय पर आयोजित इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन केवीके बिरौली के अध्यक्ष डा . आर.के. तिवारी ने किया। अपने उद्घाटन सम्बोधन में उन्होंने प्रवासी कामगारों को बकरी पालन के व्यवसायिक पहलुओं पर चर्चा करते हुए इसे किसानों केलिए समृद्धि का बेहतर विकल्प बताया। उन्होंने कहा कि बकरी पालन पशु पालन में सबसे सुरक्षित और कम लागत का व्यवसाय है तथा इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। उन्होंने बताया कि बकरियों में बीमारी का खतरा बहुत कम रहता है इसलिए इस व्यवसाय में जोखिम कम होता है। इस कार्यक्रम में समस्तीपुर जिला के विभिन्न प्रखण्डों के 35 प्रवासी / किसान भाग ले रहे हैं । इस प्रशिक्षण को कृ.वि.के. के पशुपालन वैज्ञानिक , डा . रंजन कुमार ने तकनीकी सत्र का संचालन करते हुए कहा कि बकरी गरीबों का ए.टी.एम की तरह कार्य करता है क्योंकि इसे जब भी किसानों को पैसे की जरूरत होता है तो इसे बेच कर पैसे प्राप्त कर सकता है। इस प्रशिक्षण में किसानों को बकरी की मुख्य नस्ल , उसका आहार प्रबंधन , आवास प्रबंधन तथा स्वास्थय प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाएगी। विदित हो कि बकरी पालन किसानों के लिए स्वरोजगार का उत्तम संसाधन है क्योंकि बकरी के मांस की मांग बाजार में सर्वोपरी रहती है तथा इसके साथ – साथ बकरी का दूध बच्चे , बूढ़े सभी के लिए सुपाच्य होता है तथा खासकर डेंगू बीमारी के लिए इसका दूध रामबाण की तरह काम करता है। अतः किसाना भाईयों को बकरी पालन पर विशेष ध्यान देना चाहिए । इस सत्र में केन्द्र के वैज्ञानिक , ई . शैलेश कुमार , निशा रानी , सुश्री भारती उपाध्याय एवं ऋषिकेश कुमार उपस्थित थे । उद्घाटन सत्र का संचालन ई . शैलेश कुमार ने आगंतुक अतिथियों एवं प्रशिक्षणार्थीयों के लिए धन्यवाद ज्ञापन दिया।